13 अप्रैल को रूस में प्रतिबन्धित आतंकवादी गिरोह ’इस्लामी राज्य’ (आईएस) के अफ़ग़ानिस्तान में बने एक अड्डे पर अमरीका ने अपना महाकाय जीबीयू-43 बम गिराया। 11 टन टीएनटी की विनाशकारी ताक़त रखने वाले इस भयानक बम को अमरीका में 'मदर ऑफ़ ऑल बॉम्ब्स’ यानी ’सब बमों की माँ’ कहकर पुकारा जाता है। 2003 में बनाए गए इस बम का इस्तेमाल अमरीका ने पहली बार अफ़ग़ानिस्तान में ही किया है।
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विगत 12 अप्रैल को रूस के ऊर्जा उपमन्त्री यूरी सिन्त्यूरिन ने समाचार समिति रिया नोवस्ती को बताया कि रूसी गैस कम्पनी गाज़प्रोम 2018 से हर साल भारत को 25 लाख मीट्रिक टन तरल प्राकृतिक गैस की आपूर्ति किया करेगी।
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रूस और भारत के बीच राजनयिक रिश्ते भारत की आज़ादी की औपचारिक घोषणा होने से पहले ही बन गए थे। तब तक विंस्टन चर्चिल के उस कुख्यात फ़ुल्टन भाषण को एक साल पूरा हो चुका था, जिससे दुनिया में शीत-युद्ध शुरू हुआ था। इसके बाद आगे कई दशकों तक यही शीत-युद्ध दुनिया की राजनीति की मुख्य पहचान बना रहा। दुनिया दो गुटों में बँट गई थी। इसका असर सोवियत-भारतीय रिश्तों पर भी पड़ा।
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