आज भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी छह दिन की यात्रा पर यूरोप के लिए रवाना हो गए। इन छह दिनों में से तीन दिन मोदी रूस के साँक्त पितेरबुर्ग (सेण्ट पीटर्सबर्ग) में बिताएँगे, जहाँ वे 18वीं रूस-भारत शिखर-मुलाक़ात में भाग लेंगे और अन्तरराष्ट्रीय पितेरबुर्ग आर्थिक सम्मेलन में हिस्सेदारी करेंगे। यह जानकारी प्रधानमन्त्री कार्यालय द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में दी गई है।
सबसे पहले नरेन्द्र मोदी जर्मनी पहुँचेंगे। वहाँ से 30 मई को वे स्पेन जाएँगे। पिछले 30 सालों में भारत के किसी भी प्रधानमन्त्री की यह पहले स्पेन यात्रा होगी। इसके बाद स्पेन से मोदी साँक्त पितेरबुर्ग जाएँगे।
31 मई को नरेन्द्र मोदी साँक्त पितेरबुर्ग पहुँचेंगे। पितेरबुर्ग में मोदी पिस्कर्योवस्की स्मारक क़ब्रगाह में जाकर उन लोगों को अपनी श्रद्धांजली देंगे, जो द्वितीय विश्व-युद्ध के समय फ़ासिस्ट जर्मनी की सेना द्वारा लेनिनग्राद के घेराव के दौरान मारे गए थे। इसके अलावा मोदी हेरमिताज संग्रहालय और पूर्वी पाण्डुलिपि संस्थान भी देखने जाएँगे। पहली जून को साँक्त पितेरबुर्ग में ही दो देशों के नेताओं की शिखर-मुलाक़ात होगी।
रूस-भारत दोस्ती के 70 साल – यह तो बस शुरूआत ही है
यात्रा पर रवाना होने से पहले नरेन्द्र मोदी ने बताया — 1 जून को मैं रूस के राष्ट्रपति व्लदीमिर पूतिन के साथ विस्तार से व्यापक बातचीत करूँगा। हम अक्तूबर 2016 में पिछली गोआ शिखर मुलाक़ात में हुई बातचीत को ही आगे बढ़ाएँगे। राष्ट्रपति पूतिन और मैं दो देशों के बीच आर्थिक रिश्तों को सुदृढ़ बनाने के लिए दो देशों की कम्पनियों के मालिकों और उच्च अधिकारियों से भी मुलाक़ात करेंगे।
अगले दिन यानी 2 जून को नरेन्द्र मोदी और व्लदीमिर पूतिन अन्तरराष्ट्रीय पितेरबुर्ग आर्थिक सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। नरेन्द्र मोदी ने दुनिया के इस बड़े अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में ख़ुद को आमन्त्रित करने के लिए आभार प्रकट किया।
इसके अलावा प्रधानमन्त्री मोदी रूस के कुछ प्रदेशों के राज्यपालों से भी मुलाक़ात करेंगे। उन्होंने बताया — मैं रूस के कुछ प्रदेशों के राज्यपालों से भी मिलूँगा ताकि दुपक्षीय रिश्तों का व्यापक विकास हो सके और हमारे देशों के विभिन्न प्रदेशों और राज्यों के बीच भी सीधे रिश्ते कायम हो सकें।
नरेन्द्र मोदी ने कहा — मैं हमारे देशों के लिए विशिष्ट आपसी राजनयिक रिश्तों की 70 वीं जयन्ती के इस साल में बड़ी बेचैनी से साँक्त पितेरबुर्ग की अपनी इस यात्रा की प्रतीक्षा कर रहा हूँ।
इसके बाद मोदी रूस से फ़्राँस जाएँगे, जहाँ वे 2 और 3 जून के दिन बिताएँगे। फ़्राँस में वे 3 जून को फ़्राँस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति एमानुएल मकरोन से मुलाक़ात करेंगे।
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